51يا قَومِ لا أَسأَلُكُم عَلَيهِ أَجرًا ۖ إِن أَجرِيَ إِلّا عَلَى الَّذي فَطَرَني ۚ أَفَلا تَعقِلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऐ मेरी क़ौम के लोगो! मैं इसपर तुमसे कोई पारिश्रमिक नहीं माँगता। मेरा पारिश्रमिक तो बस उसके ज़िम्मे है जिसने मुझे पैदा किया। फिर क्या तुम बुद्धि से काम नहीं लेते?