72فَإِن تَوَلَّيتُم فَما سَأَلتُكُم مِن أَجرٍ ۖ إِن أَجرِيَ إِلّا عَلَى اللَّهِ ۖ وَأُمِرتُ أَن أَكونَ مِنَ المُسلِمينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीफिर भी अगर तुम ने (मेरी नसीहत से) मुँह मोड़ा तो मैने तुम से कुछ मज़दूरी तो न माँगी थी-मेरी मज़दूरी तो सिर्फ ख़ुदा ही पर है और (उसी की तरफ से) मुझे हुक्म दिया गया है कि मैं उसके फरमाबरदार बन्दों में से हो जाऊँ