56هُوَ يُحيي وَيُميتُ وَإِلَيهِ تُرجَعونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीवही ज़िन्दा करता है और वही मारता है और तुम सब के सब उसी की तरफ लौटाए जाओगें