88لٰكِنِ الرَّسولُ وَالَّذينَ آمَنوا مَعَهُ جاهَدوا بِأَموالِهِم وَأَنفُسِهِم ۚ وَأُولٰئِكَ لَهُمُ الخَيراتُ ۖ وَأُولٰئِكَ هُمُ المُفلِحونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकिन्तु, रसूल और उसके ईमानवाले साथियों ने अपने मालों और अपनी जानों के साथ जिहाद किया, और वही लोग है जिनके लिए भलाइयाँ है और वही लोग है जो सफल है