49وَمِنهُم مَن يَقولُ ائذَن لي وَلا تَفتِنّي ۚ أَلا فِي الفِتنَةِ سَقَطوا ۗ وَإِنَّ جَهَنَّمَ لَمُحيطَةٌ بِالكافِرينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनमें कोई है, जो कहता है, "मुझे इजाज़त दे दीजिए, मुझे फ़ितने में न डालिए।" जान लो कि वे फ़ितने में तो पड़ ही चुके है और निश्चय ही जहन्नम भी इनकार करनेवालों को घेर रही है