24يَقولُ يا لَيتَني قَدَّمتُ لِحَياتيफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(उस वक्त) क़हेगा कि काश मैने अपनी (इस) ज़िन्दगी के वास्ते कुछ पहले भेजा होता