7إِلّا ما شاءَ اللَّهُ ۚ إِنَّهُ يَعلَمُ الجَهرَ وَما يَخفىٰफ़ारूक़ ख़ान & नदवीमगर जो ख़ुदा चाहे (मन्सूख़ कर दे) बेशक वह खुली बात को भी जानता है और छुपे हुए को भी