31وَإِذَا انقَلَبوا إِلىٰ أَهلِهِمُ انقَلَبوا فَكِهينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जब अपने लड़के वालों की तरफ़ लौट कर आते थे तो इतराते हुए