26خِتامُهُ مِسكٌ ۚ وَفي ذٰلِكَ فَليَتَنافَسِ المُتَنافِسونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजिसकी मोहर मिश्क की होगी और उसकी तरफ अलबत्ता शायक़ीन को रग़बत करनी चाहिए