13إِذا تُتلىٰ عَلَيهِ آياتُنا قالَ أَساطيرُ الأَوَّلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजब उसके सामने हमारी आयतें पढ़ी जाती हैं तो कहता है कि ये तो अगलों के अफसाने हैं