6يا أَيُّهَا الإِنسانُ ما غَرَّكَ بِرَبِّكَ الكَريمِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऐ इन्सान तुम्हें अपने परवरदिगार के बारे में किस चीज़ ने धोका दिया