19يَومَ لا تَملِكُ نَفسٌ لِنَفسٍ شَيئًا ۖ وَالأَمرُ يَومَئِذٍ لِلَّهِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीउस दिन कोई शख़्श किसी शख़्श की भलाई न कर सकेगा और उस दिन हुक्म सिर्फ ख़ुदा ही का होगा