19يَومَ لا تَملِكُ نَفسٌ لِنَفسٍ شَيئًا ۖ وَالأَمرُ يَومَئِذٍ لِلَّهِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजिस दिन कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति के लिए किसी चीज़ का अधिकारी न होगा, मामला उस दिन अल्लाह ही के हाथ में होगा