20وَسُيِّرَتِ الجِبالُ فَكانَت سَرابًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो (उसमें) दरवाज़े हो जाएँगे और पहाड़ (अपनी जगह से) चलाए जाएँगे तो रेत होकर रह जाएँगे