18يَومَ يُنفَخُ فِي الصّورِ فَتَأتونَ أَفواجًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजिस दिन सूर फूँका जाएगा और तुम लोग गिरोह गिरोह हाज़िर होगे