26وَمِنَ اللَّيلِ فَاسجُد لَهُ وَسَبِّحهُ لَيلًا طَويلًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर कुछ रात गए उसका सजदा करो और बड़ी रात तक उसकी तस्बीह करते रहो