26وَمِنَ اللَّيلِ فَاسجُد لَهُ وَسَبِّحهُ لَيلًا طَويلًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर रात के कुछ हिस्से में भी उसे सजदा करो, लम्बी-लम्बी रात तक उसकी तसबीह करते रहो