10إِنّا نَخافُ مِن رَبِّنا يَومًا عَبوسًا قَمطَريرًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"हमें तो अपने रब की ओर से एक ऐसे दिन का भय है जो त्योरी पर बल डाले हुए अत्यन्त क्रूर होगा।"