48فَما تَنفَعُهُم شَفاعَةُ الشّافِعينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअतः सिफ़ारिश करनेवालों को कोई सिफ़ारिश उनको कुछ लाभ न पहुँचा सकेगी