45وَكُنّا نَخوضُ مَعَ الخائِضينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"और व्यर्थ बात और कठ-हुज्जती में पड़े रहनेवालों के साथ हम भी उसी में लगे रहते थे।