37لِمَن شاءَ مِنكُم أَن يَتَقَدَّمَ أَو يَتَأَخَّرَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतुममें से उस व्यक्ति के लिए जो आगे बढ़ना या पीछे हटना चाहे