2يَهدي إِلَى الرُّشدِ فَآمَنّا بِهِ ۖ وَلَن نُشرِكَ بِرَبِّنا أَحَدًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजो भलाई की राह दिखाता है तो हम उस पर ईमान ले आए और अब तो हम किसी को अपने परवरदिगार का शरीक न बनाएँगे