2قالَ يا قَومِ إِنّي لَكُم نَذيرٌ مُبينٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो नूह (अपनी क़ौम से) कहने लगे ऐ मेरी क़ौम मैं तो तुम्हें साफ़ साफ़ डराता (और समझाता) हूँ