18ثُمَّ يُعيدُكُم فيها وَيُخرِجُكُم إِخراجًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"फिर वह तुम्हें उसमें लौटाता है और तुम्हें बाहर निकालेगा भी