32وَالَّذينَ هُم لِأَماناتِهِم وَعَهدِهِم راعونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजो अपने पास रखी गई अमानतों और अपनी प्रतिज्ञा का निर्वाह करते है,