84وَأَمطَرنا عَلَيهِم مَطَرًا ۖ فَانظُر كَيفَ كانَ عاقِبَةُ المُجرِمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हमने उनपर एक बरसात बरसाई, तो देखो अपराधियों का कैसा परिणाम हुआ