186مَن يُضلِلِ اللَّهُ فَلا هادِيَ لَهُ ۚ وَيَذَرُهُم في طُغيانِهِم يَعمَهونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजिसे अल्लाह मार्ग से वंचित रखे उसके लिए कोई मार्गदर्शक नहीं। वह तो तो उन्हें उनकी सरकशी ही में भटकता हुआ छोड़ रहा है