168وَقَطَّعناهُم فِي الأَرضِ أُمَمًا ۖ مِنهُمُ الصّالِحونَ وَمِنهُم دونَ ذٰلِكَ ۖ وَبَلَوناهُم بِالحَسَناتِ وَالسَّيِّئَاتِ لَعَلَّهُم يَرجِعونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हमने उन्हें टुकड़े-टुकड़े करके धरती में अनेक गिरोहों में बिखेर दिया। कुछ उनमें से नेक है और कुछ उनमें इससे भिन्न हैं, और हमने उन्हें अच्छी और बुरी परिस्थितियों में डालकर उनकी परीक्षा ली, कदाचित वे पलट आएँ