16وَانشَقَّتِ السَّماءُ فَهِيَ يَومَئِذٍ واهِيَةٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो वह उस दिन बहुत फुस फुसा होगा और फ़रिश्ते उनके किनारे पर होंगे