22أَنِ اغدوا عَلىٰ حَرثِكُم إِن كُنتُم صارِمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकि "यदि तुम्हें फल तोड़ना है तो अपनी खेती पर सवेरे ही पहुँचो।"