17إِنّا بَلَوناهُم كَما بَلَونا أَصحابَ الجَنَّةِ إِذ أَقسَموا لَيَصرِمُنَّها مُصبِحينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीजिस तरह हमने एक बाग़ वालों का इम्तेहान लिया था उसी तरह उनका इम्तेहान लिया जब उन्होने क़समें खा खाकर कहा कि सुबह होते हम उसका मेवा ज़रूर तोड़ डालेंगे