10وَلا تُطِع كُلَّ حَلّافٍ مَهينٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर तुम (कहीं) ऐसे के कहने में न आना जो बहुत क़समें खाता ज़लील औक़ात ऐबजू