72وَأَن أَقيمُوا الصَّلاةَ وَاتَّقوهُ ۚ وَهُوَ الَّذي إِلَيهِ تُحشَرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर यह कि "नमाज़ क़ायम करो और उसका डर रखो। वही है, जिसके पास तुम इकट्ठे किए जाओगे,