47قُل أَرَأَيتَكُم إِن أَتاكُم عَذابُ اللَّهِ بَغتَةً أَو جَهرَةً هَل يُهلَكُ إِلَّا القَومُ الظّالِمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकहो, "क्या तुमने यह भी सोचा कि यदि तुमपर अचानक या प्रत्यक्षतः अल्लाह की यातना आ जाए, तो क्या अत्याचारी लोगों के सिवा कोई और विनष्ट होगा?"