6يولِجُ اللَّيلَ فِي النَّهارِ وَيولِجُ النَّهارَ فِي اللَّيلِ ۚ وَهُوَ عَليمٌ بِذاتِ الصُّدورِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवह रात को दिन में प्रविष्ट कराता है और दिन को रात में प्रविष्ट कराता है। वह सीनों में छिपी बात तक को जानता है