85وَنَحنُ أَقرَبُ إِلَيهِ مِنكُم وَلٰكِن لا تُبصِرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हम तुम्हारी अपेक्षा उससे अधिक निकट होते है। किन्तु तुम देखते नहीं –