70لَو نَشاءُ جَعَلناهُ أُجاجًا فَلَولا تَشكُرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीअगर हम चाहें तो उसे खारी बना दें तो तुम लोग यक्र क्यों नहीं करते