18بِأَكوابٍ وَأَباريقَ وَكَأسٍ مِن مَعينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदप्याले और आफ़ताबे (जग) और विशुद्ध पेय से भरा हुआ पात्र लिए फिर रहे होंगे