39فَيَومَئِذٍ لا يُسأَلُ عَن ذَنبِهِ إِنسٌ وَلا جانٌّफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफिर उस दिन न किसी मनुष्य से उसके गुनाह के विषय में पूछा जाएगा न किसी जिन्न से