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Sura 55
Aya 29
29
يَسأَلُهُ مَن فِي السَّماواتِ وَالأَرضِ ۚ كُلَّ يَومٍ هُوَ في شَأنٍ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

और जितने लोग सारे आसमान व ज़मीन में हैं (सब) उसी से माँगते हैं वह हर रोज़ (हर वक्त) मख़लूक के एक न एक काम में है