27وَيَبقىٰ وَجهُ رَبِّكَ ذُو الجَلالِ وَالإِكرامِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर सिर्फ तुम्हारे परवरदिगार की ज़ात जो अज़मत और करामत वाली है बाक़ी रहेगी