51وَلَقَد أَهلَكنا أَشياعَكُم فَهَل مِن مُدَّكِرٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हम तुम्हारे जैसे लोगों को विनष्ट कर चुके है। फिर क्या है कोई नसीहत हासिल करनेवाला?