48يَومَ يُسحَبونَ فِي النّارِ عَلىٰ وُجوهِهِم ذوقوا مَسَّ سَقَرَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजिस दिन वे अपने मुँह के बल आग में घसीटे जाएँगे, "चखो मज़ा आग की लपट का!"