38وَلَقَد صَبَّحَهُم بُكرَةً عَذابٌ مُستَقِرٌّफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर सुबह सवेरे ही उन पर अज़ाब आ गया जो किसी तरह टल ही नहीं सकता था