3وَكَذَّبوا وَاتَّبَعوا أَهواءَهُم ۚ وَكُلُّ أَمرٍ مُستَقِرٌّफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर उन लोगों ने झुठलाया और अपनी नफ़सियानी ख्वाहिशों की पैरवी की, और हर काम का वक्त मुक़र्रर है