27إِنّا مُرسِلُو النّاقَةِ فِتنَةً لَهُم فَارتَقِبهُم وَاصطَبِرफ़ारूक़ ख़ान & अहमदहम ऊँटनी को उनके लिए परीक्षा के रूप में भेज रहे है। अतः तुम उन्हें देखते जाओ और धैर्य से काम लो