You are here: Home » Chapter 54 » Verse 2 » Translation
Sura 54
Aya 2
2
وَإِن يَرَوا آيَةً يُعرِضوا وَيَقولوا سِحرٌ مُستَمِرٌّ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

किन्तु हाल यह है कि यदि वे कोई निशानी देख भी लें तो टाल जाएँगे और कहेंगे, "यह तो जादू है, पहले से चला आ रहा है!"