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Sura 53
Aya 55
55
فَبِأَيِّ آلاءِ رَبِّكَ تَتَمارىٰ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

तो तू (ऐ इन्सान आख़िर) अपने परवरदिगार की कौन सी नेअमत पर शक़ किया करेगा