46يَومَ لا يُغني عَنهُم كَيدُهُم شَيئًا وَلا هُم يُنصَرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीइनके सामने आ जाए जिस दिन न इनकी मक्कारी ही कुछ काम आएगी और न इनकी मदद ही की जाएगी