33أَم يَقولونَ تَقَوَّلَهُ ۚ بَل لا يُؤمِنونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीक्या ये लोग कहते हैं कि इसने क़ुरान ख़ुद गढ़ लिया है बात ये है कि ये लोग ईमान ही नहीं रखते